फ्री फायर गेम की लत में लड़के ने की खुदकुशी:एक दिन पहले पूछा- तीसरी मंजिल से कूदने पर कितनी चोट लगती है, दूसरे दिन लहूलुहान मिला

मध्य प्रदेश के मुरैना जिले से एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है, जहां फ्री फायर गेम की लत ने एक 17 वर्षीय किशोर की जिंदगी छीन ली। ऑनलाइन गेमिंग की आदत इतनी गहरी हो चुकी थी कि उसने तीसरी मंजिल से कूदकर अपनी जान दे दी।

घटना कैसे हुई?

मृतक का नाम आदित्य माहौर था, जो बेंगलुरु में एक मिठाई की दुकान पर काम करता था। उसके पिता ब्रजेश माहौर भी वहीं नौकरी करते थे। आदित्य को मोबाइल पर फ्री फायर गेम खेलने का शौक था और वह हर समय गेम में ही व्यस्त रहता था।

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27 अगस्त को आदित्य मुरैना स्थित अपने घर आया। घर आने की खुशी तो थी, लेकिन वह कम बोलता था और अधिकतर समय मोबाइल स्क्रीन में डूबा रहता था। घटना वाली रात वह पूरी रात गेम खेलता रहा। सुबह करीब 3:30 बजे भी वह गेम में लगा हुआ था।

सुबह 4 बजे के आसपास वह बिल्डिंग की छत पर गया और वहीं से छलांग लगा दी। इमारत की छत के चारों तरफ तीन फीट ऊंची दीवार थी, लेकिन फिर भी उसने कूदने का फैसला लिया।

परिवार को पहले ही था इशारा

आदित्य की मां ने बताया कि कुछ समय पहले उसने अचानक पूछा था –

“मम्मी, अगर कोई तीसरी मंजिल से कूद जाए तो कितनी चोट लगेगी?”

उस समय मां ने उसे डांट दिया और इस सवाल को गंभीरता से नहीं लिया। लेकिन अब बेटे की मौत के बाद उन्हें उस सवाल का मतलब समझ में आया।

सुबह हुई दर्दनाक खबर

सुबह 5 बजे पड़ोसी युवक ने परिवार को बताया कि आदित्य छत से गिरा पड़ा है। आनन-फानन में उसे जिला अस्पताल मुरैना ले जाया गया, लेकिन हालत गंभीर होने पर ग्वालियर रेफर कर दिया गया, जहां उसकी मौत हो गई।

परिवार का आरोप – गेम बना मौत की वजह

परिजनों का कहना है कि फ्री फायर गेम की वजह से आदित्य की मानसिक स्थिति बदल गई थी। वह ज्यादातर समय गेम में उलझा रहता था, नींद और आराम की परवाह किए बिना खेलता था।

पुलिस जांच जारी

पुलिस ने शव का पोस्टमॉर्टम कराया है और पूरे मामले की जांच कर रही है। यह घटना फिर से सवाल खड़े करती है कि क्या ऑनलाइन गेमिंग की लत बच्चों को खतरनाक फैसले लेने पर मजबूर कर रही है?


निष्कर्ष

ऑनलाइन गेम्स मनोरंजन का साधन हो सकते हैं, लेकिन जब यह आदत लत में बदल जाए तो इसके परिणाम जानलेवा हो सकते हैं। माता-पिता के लिए जरूरी है कि वे बच्चों के डिजिटल समय पर नजर रखें और समय रहते हस्तक्षेप करें।

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